swiggy क्या है, swiggy की शुरुआत कैसे हुई, swiggy success story in hindi

swiggy क्या है, swiggy की शुरुआत कैसे हुई, swiggy success story in hindi
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swiggy success story in hindi, आज अगर किसी को बाहर का खाना खाने को मन कर रहा हो, तो वह तुरंत स्मार्टफोन और इंटनेट की सहायता से अपना मन पसंद खाना ऑनलाइन आर्डर कर देता हैं. और अपने घर पर ही होटल के स्वाद को चखता हैं.

आज ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी बिजनेस बड़े शहरों में काफी तेजी से बढ़ रहा हैं. और कई नामी कंपनियां इस क्षेत्र में कार्यरत हैं, जो ऑनलाइन फ़ूड ऑर्डर को स्वीकार कर के लोगों तक उनका मनपसंद खाना पहुँचाने में काम करती हैं. इन्हीं नामी कंपनियों में से एक हैं swiggy.

आज के इस लेख में हम फ़ूड होम डिलीवरी के क्षेत्र में सबसे सफल और ग्राहकों की विश्वास योग्य swiggy की सफलता के बारे में जानेंगे. swiggy की शुरुआत कैसे हुई? swiggy ने कैसे सफलता हासिल की? इस बारे में भी जानेंगे.

swiggy क्या है, swiggy की शुरुआत कैसे हुई, swiggy success story in hindi


swiggy क्या हैं?


आज swiggy किसी पहचान की मुहताज नहीं हैं, फिर भी संक्षिप्त में जानेंगे कि, आखिर swiggy हैं क्या? स्विग्गी भारत की सबसे बड़ी और सबसे अधिक मूल्यवान ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग प्लेटफॉर्म हैं. यानी आज के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगो को उनके पसंद का खाना किसी भी समय उन तक पहुँचाने के लिए खाने का ऑनलाइन आर्डर लेने और ऑर्डर किया गया खाना उन तक पहुँचाने के लिए Swiggy की स्थापना हुई थी.

यह एक मोबाइल अप्प हैं. और इसके मदद से आप अपना मन पसंद खाना ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं. swiggy app के जरिए आपके द्वारा ऑर्डर किया गया खाना swiggy का डिलीवरी बॉय, आपके द्वारा चुने गए होटल या रेस्टारेंट में से लेकर आपके दिए गए पते पर कुछ मिनटों में पहुंचा देता हैं.


swiggy के संस्थापक


swiggy की शुरुआत 3 दोस्तों ने मिलकर की हैं. जिनका नाम श्रीहर्ष मजेटी, नंदन रेड्डी और राहुल जैमिनी हैं. श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी ने Birla Institute of Technology and Science(BITS), Pilani से इंजीनियरिंग की उपाधि हासिल की हैं. जबकि राहुल जैमानी ने IIT खड़गपुर से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की शिक्षा पूरी की हैं.

swiggy से पहले ये तीनों भी कोई बड़ी कंपनियों में बड़े पदों पर कार्यरत थे. श्रीहर्ष मजेटी लंदन में एक संस्थान में इन्वेस्टमेंट बैंकर के तौर पर कार्यरत थे. वहीं नंदन रेड्डी भी Idinsight और Intellecap जैसी कई बड़ी कंपनियों में काम कर चुके हैं. राहुल जैमिनी भी myntra जैसे जानी-मानी ऑनलाइन फैशन ब्रांड में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर रह चुके हैं.

swiggy के लंच होने के बाद श्रीहर्ष मजेटी सीईओ के तौर पर अपना काम कर रहे हैं. वहीं नंदन रेड्डी Operation Department के हेड, जबकि राहुल जैमिनी Cheif Technical Officer के पद पर विराजमान हैं.

swiggy की शुरुआत कैसे हुई?


swiggy app को लंच करने से पहले श्रीहर्ष मजेटी और नंदन रेड्डी ने 2013 में एक लोजिस्टिक्स कंपनी की स्थापना की. पर अपने इस startup में इन दोनों को निराशा हात लगी. श्रीहर्ष और नंदन का यह startup Bundl, swiggy की तरह सफल नहीं हो पाया था. और इसे एक साल के अंदर ही बंद करना पड़ा. इस असफलता के पीछे इन दोनों का अनुभव या तकनीकी की कमी हो सकती हैं. या फिर उसी समय amazon और flipkart जैसे online shopping कंपनियों के आने से इन दोनों को अपने startup business में हार का सामना करना पड़ा हो.

startup bundl के असफलता के पीछे चाहे जो भी कारण हो, पर इन दोनों ने हार नहीं मानी. और कुछ और बड़ा करने के इरादे से कमर कस ली. पहले startup में मिली असफलता से सीख लेते हुए इन दोनों ने तकनीकी कमी को पूरी करने के लिए अपने साथ एक और दोस्त राहुल जैमानी को जोड़ा.

इन तीनों ने साथ मिलकर अपना नया startup की शुरुआत करने से पहले जमीनी स्तर पर अच्छे से सर्वे किया. अपने प्लान के मुताबिक बाजार का पूरा अभ्यास किया. और काफी रिसर्च के बाद 2014 में इन तीनों ने 
online food home delivery के नए कांसेप्ट के साथ ही swiggy app को लंच किया.

शुरुआत में इन तीनों ने 6 डिलीवरी बॉय, 25 रेस्टारेंट और swiggy app के जरिए कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में अपने startup की शुरुआत की. swiggy के आने से लोगों को और रेस्टारेंट मालिकों को काफी फायदा होने लगा. जहाँ लोगों को अपना पसंदीदा बाहर का खाना घर या ऑफिस में मिलने लगा, तो वहीं रेस्टारेंट या होटल को नए ग्राहक और अपने आसपास पहचान मिलने लगी, जिससे रेस्टारेंट के मालिक काफी खुश थे.

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swiggy का विस्तार


शुरुआत से ही swiggy ने बेहतर सर्वीस और जल्द से जल्द खाना डिलीवरी करने को लेकर लोगों का भरोसा जीत लिया था. जिसके कारण लोग swiggy के साथ जुड़ते गए. शुरुआत में  ही अच्छा रिस्पांस मिलने के बाद इसके संस्थापकों ने भारत के अन्य शहरों में भी विस्तार करने का सोचा.

रिपोर्ट के मुताबिक, आज swiggy भारत के 100 से भी अधिक शहरों में अपनी सेवा दे रही हैं. और इन शहरों में 1.4 लाख रेस्टारेंट और 2 लाख से भी अधिक डिलीवरी बॉय जुड़े हुए हैं. और लगातार आगे बढ़ती जा रही हैं. swiggy ने विदेशों में भी अपना पैर पसार लिया हैं. और दुनिया के कई बड़े शहरों में अपनी सर्विस देने की सोच रही हैं.

swiggy की कमाई कैसे होती हैं?


swiggy एक लोजिस्टिक्स कंपनी की तरह ही कमाई करती हैं. swiggy अपनी कमाई रेस्टारेंट और ग्राहक दोनों से करती हैं. यह रेस्टारेंट या होटल से अपना कमीशन लेती हैं, तो वहीं ग्राहकों से home delivery charge वसूल करती हैं. इतना ही नहीं विज्ञापनों के द्वारा भी यह अच्छी आमदनी कर लेती हैं.

swiggy के निवेशक


swiggy को मिल रही अफाट सफलता को देखते हुए निवेशक भी इसकी ओर आकर्षित होने लगे. और 2015 में इसमें एक्सेल और SAIF की ओर 2 मिलियन डॉलर का निवेश किया गया. साथ ही नॉरवेस्ट वेंचर ने भी अतिरिक्त निवेश किया. अगले साल ही यानी 2016 में स्विगी ने अपने इन्वेस्टरों से 15 मिलियन डॉलर की भारी रक्कम हासिल की. और इस बार बेसेमर वेंचर और हार्मनी भी इन्वेस्टर के तौर पर स्विगी से जुड़े. 

अभी तक कंपनी के साथ कई बड़े निवेशक जुड़ चुके हैं. और अपने इन निवेशकों से स्विगी को करोड़ों रुपयों का फंड मिल चूका हैं. जो की कंपनी ने अपनी सर्विसेज को और भी बेहतर बनाने में खर्च किया हैं.


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swiggy को मिले अवार्ड्स


1) swiggy को The Economics Times Startup Award 2017 में ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी में एक बेहतरीन startup के लिए पहला स्थान मिला था.
2) Swiggy को वर्ष 2017 में India Forbes Under 30 मैगजीन में भी स्थान मिल चुका है.


तो आशा करते हैं, swiggy success story in hindi यह लेख आपको काफी पसंद आया होगा. और आपको असफलता से हार न मानते हुए, कुछ नया करने की प्रेरणा जरुर मिली होगी. इस लेख को लेकर आपकी राय कमेंट सेक्शन में जरुर शेयर करे.

और अगर आपको इस लेख को लेकर कोई सुझाव देना हो तो हमें संपर्क करे. धन्यवाद

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